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Love Stories in Hindi – दिल्ली की एक बेवफा आशिक की कहानी

Love Stories in Hindi - बेवफा आशिक की एक कहानी

नमस्कार दोस्तों hindidna.com मे आपका स्वागत है। आज मैं Love Stories in Hindi श्रेणी से एक लव स्टोरी प्रकाशित करने जा रहा हूँ जो आपको प्यार के बारे मे सोचने पर मजबूर कर देगी। ये कहानी हमे सुनीता जी ने भेजी हैं और कहानी का शीर्षक है “बेवफा आशिक”। तो चलिए कहानी को शुरू शुरू करते हैं।

Love Stories in Hindi – बेवफा आशिक की एक कहानी

नमस्कार मैं सुनीता। मैं दिल्ली की रहने वाली हूँ। आज मैं आपलोगों के साथ अपनी कॉलेज के दिनों की कहानी साझा करने जा रही हूँ। जब मैं दिल्ली यूनिवर्सिटी से अपनी स्नातक की पढ़ाई कर रही थी उस समय अजय नाम का एक लड़का से मेरी दोस्ती हो गई। अजय पढ़ने मे अच्छा था और मैं भी अच्छी थी इसिलए हमारी दोस्ती बहुत जल्दी हो गई।

अजय गुडगाँव (गुरुग्राम) का रहने वाला था इसीलिए वो हॉस्टल मे रहता था। अक्सर हमलोग पढ़ाई के बारे मे फोन पर बातें किया करते थे। देखते देखते मुझे वो अच्छा लगने लगा और प्यार हो गया। उसके हाल चाल से मुझे पता चलता था की उसे भी प्यार हो गया है। एक दिन उसने मुझे प्रपोज कर दिया कॉलेज केंटीन मे। मैंने भी तुरंत हाँ बोल दिया क्योंकि मैं भी उसे मन ही मन चाहती थी।

देखते देखते हमारी संबंध एक साल का हो गया। हमारी स्नातक भी खत्म हो चुकी थी। अब पहले जैसे रोज रोज मुलाकात नहीं हो रही थी। फिर कुछ महीने बाद वो बैंगलोर चला गया लेकिन हमलोग रोज फोन पर बात किया करते थे। वो बोलता था की अगले साल हमलोग शादी कर लेंगे।

हमारी बातें लगभग 5-6 महीने तक रोज हो रही थी। लेकिन अचानक उसका फोन स्विच ऑफ आने लगा तो मैं घबरा गई। फिर मुझे लगा की शायद फोन खराब हो गया होगा। लेकिन 7-8 दिन तक उसका फोन स्विच ऑफ आने लगा। अब मुझे चिंता होने लगी की क्यों इसका फोन स्विच ऑफ आ रहा है, ये तो रोज मुझे फोन करता था, क्या हो गया इसको… तरह तरह की बातें सोचने लगी।

फिर मैंने उसे सोशल मीडिया पर संपर्क करने की कौशिस की लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया। ऐसे 1-2 महीने हो गाये उसके तरफ से ना कोई जवाब आया और ना उसने कभी फोन किया। फिर एक दिन मैंने उसके Facebook प्रोफाइल पर किसी और लड़की के साथ एक फोटो देखी। अब मैं समझ गयी थी की वो अब किसी और लड़की के साथ है, इसीलिए मुझे इतने दिनों से इग्नोर कर रहा है।

मैं बहुत रोने लगी। कोई काम मे मेरा मन नहीं लग रहा था। कभी कभी मुझे लगा की मैं आत्महत्या कर लूँ लेकिन मेरी मम्मी ने मुझे समझाया की देखो बेटा अगर उसके लिए अब तुम कोई मायने नहीं रखती तो तुम क्यों उसके लिए परेशान हो रही हो, उसकी गलती का सजा तुम क्यूँ भोग रही हो। कसम से अगर उस समय मम्मी मुझे नहीं संभालती तो शायद आज मैं इस कहानी को साझा करने के लिए नहीं होती।

कुछ महीने बाद मैं नॉर्मल हो गई और मुझे एक अच्छी नौकरी भी मिल गई दिल्ली मे। जहाँ मैं नौकरी करती थी वहाँ शुभम नाम का एक लड़का ने मुझे प्रपोज किया, लेकिन मेरे को फिर एक बार किसी को प्यार करने की हिम्मत नहीं हो रही थी। काफी दिन तक शुभम मुझे मनाने के बाद मैं मान गई और हमलोगों ने शादी कर ली।

आज मुझे पता चल रही है की जो कुछ मेरे साथ हुआ था वो कहीं न कहीं अच्छा हुआ था। क्योंकि शुभम से अच्छे पति मुझे पूरी दुनियाँ मे नहीं मिलती। हम दोनों काफी खुश हैं और हमारी एक बेटी भी 3 साल की है।

ये कहानी मैंने इसीलिए शेयर किया क्योंकि मेरी कहानी से प्यार मे धोखा खाने वाली लड़कियाँ और लड़कों को भी इससे हौसला मिलेगी। मेरी कहानी पढ़ने के लिए आपका शुक्रिया।

दोस्तों ये थी Love Stories in Hindi श्रेणी से आज की कहानी। आशा करते हैं आपको ये कहानी अच्छी लगी है। और सुनीता जी का भी धन्यबाद जिन्होंने इस हैप्पी एन्डिंग वाली कहानी हमारे साथ साझा किया। हम उनके सुखद शादी शुदा जीवन की कामना करते हैं।

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