नमस्कार दोस्तों hindidna.com मे आपका स्वागत है। आज मैं moral stories in Hindi for class 8 भाग से एक और कहानी प्रकाशित करने जा रहा हूँ, जिसे मेरठ से सतेन्द्र जी हमे भेजा है। कहानी का नाम है “एक अंधे की सफलता की कहानी” जो आपको एक अच्छा सीख देगी।
moral stories in Hindi for class 8 – एक अंधे की सफलता की कहानी
राजेश नाम का एक एक लड़का दिल्ली की एक स्कूल मे पढ़ता था। जो पढ़ाई लिखाई मे अच्छा नहीं था। स्कूल मे शिक्षक से लेकर छात्र सारे उसका मजाक उड़ाते थे। कोई उसके साथ दोस्ती भी नहीं करता था। वो अकेला पीछले बेंच बैठ के रोता था और हमेशा दुखी रहता था। राजेश को देख कर उसके माता पिता भी परेशान थे।
एक दिन राजेश स्कूल मे प्रश्न का उत्तर नहीं दे पाने के कारण शिक्षक से पिटाई खाता है। स्कूल छुट्टी होने के बाद वो स्कूल के बाहर एक पार्क मे जाता है और वहाँ बैठकर रोने लगता है। उसे रोता हुआ सुन कर एक अंधा आदमी जिनका नाम प्रशांत है, वो पूछते हैं की बेटा क्यों रो रहे हो? – राजेश ने उस आदमी को सारी कहानी बताई।
राजेश की बातें सुन कर प्रशांत (अंधा आदमी) जोर जोर हसने लगते हैं। फिर बोलते हैं की जब मैं पैदा हुआ था तब लोगों ने मेरे माता पिता को सलाह दिया था की इस बच्चे को मार दो क्योंकि ये अंधा है, कुछ नहीं कर पायेगा ये बच्चा अपने जीवन में। लेकिन मेरे माता पिता ने किसी की बात नहीं मानी और मुझे पाल पोष के बड़ा किया।
मुझे विशेष स्कूल मे पढ़ाया और मैंने बड़ी मुस्किल से स्नातक की पढ़ाई भी पूरी कर ली। लेकिन जब मैं नौकरी के लिए अप्लाइ किया, किसी भी कंपनी ने मुझे नौकरी नहीं दिया। फिर मैंने सोचा की मुझे खुद की कंपनी शुरू करनी चाहिए वरना मैं पूरी जिंदगी बेरोजगार रह जाऊंगा। फिर मैंने अपना खुद का कंपनी शुरू किया, लेकिन शुरुआत मे कंपनी को काफी घाटा हो रहा था। लेकिन मैंने हार नहीं मानी और ज्यादा मेहनत किया और आज मेरी कंपनी 2000 लोगों को नौकरी प्रदान कर रही है।
ये सब सुन कर राजेश बोलता है इस कहानी से मेरा क्या वास्ता? फिर प्रशांत हसते हुए बोलते हैं की मुझे पूरी जिंदगी लोगों मे नीच नजरों से देखा और मजाक भी उड़ाया। लोग बोलते थे तू अंधा है तुझसे कुछ नहीं होगा। हर समय मैंने उनके आँखों मे आँख डाल कर बोल की मैं कुछ भी कर सकता हूँ। आज मैं जो कुछ भी हूँ मेरी हौसले की वजह से हूँ। इसीलिए अगर लोग तुम्हारा मजाक उड़ा रहे हैं तुम उन्हे अपने जीवन मे कुछ बडा कर के दिखा दो।
ये सुन के राजेश बोलत है “मैं समझ गया आप क्या बोलना चाहते हो, आज से मैं बहुत ज्यादा मेहनत करूंगा और सबको दिखा दूंगा की मैं क्या कर सकता हूँ……”
दोस्तों ये थी आज की moral stories in Hindi for class 8 भाग से एक और कहानी। आशा करता हूँ आप लोगों को Moral stories in Hindi अच्छा लगा और साथ मे कुछ सीखने को भी मिला।
“जीवन में जीत और हार आपकी सोच पर ही निर्भर करती है, मान लो तो हार है और ठान लो तो जीत है”
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Moral of the Story: इस कहानी से हमे ये चीज सीखने को मिलती है की अगर लोग आपका मजाक उड़ा रहे हैं तो वो जाने अनजाने मे आपको कुछ बड़ा करने मे प्रेरित कर रहे हैं और अगर आप जिंदगी मे हार नहीं मानोगे तो आप कुछ भी कर सकते हो।
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